तेरी शिरडी के दर्शन पाके ओ बाबा मैं निहाल हो गया,
तेरी किरपा जो मिली मुझे बाबा मैं तो माला माल हो गया,
बहुत दिनों से बायकुल था मन मैं भी शिरडी जाऊ,
शिरडी पति को शीश झुका के पवन दर्शन पाउ,
तूने दर्शन जो अपने कराये साई जी कमाल हो गया,
तेरी शिरडी के दर्शन पाके…….
लाया गुलाबो की माला में लाया तुझको चदार,
दया आप की हो गई मुझपे ओ करूणा के सागर,
तूने श्रद्धा जो मेरी अपने मैं तो माला माल हो गया,
तेरी शिरडी के दर्शन पाके……..
पुण्य कर्म होंगे जन्मो के जुड़ गया तुमसे नाता,
करना जुड़ा न अब चरणों से हमको अपने दाता,
मुझको चरणों से अपने लगाया,मैं तो खुश हाल हो गया,
तेरी शिरडी के दर्शन पाके……….
O Baba, I am happy after having darshan of your Shirdi.
Baba, I have become a garland of wealth,
For a long time I was baikul, I too should go to Shirdi.
Shirdi bowed his head to his husband and got Pawan Darshan,
The darshan that you got yourself done, Sai ji became amazing.
Get darshan of your Shirdi…..
Brought you in a garland of roses,
You have been kind to me, O ocean of compassion,
You have faith that I have become my own garland,
Get darshan of your Shirdi…….
Virtuous deeds will be done after birth, you have a relationship,
Don’t get attached to our feet,
I put my feet on my feet, I became happy,
Get darshan of your Shirdi………