तेरी तलाश में गुजरे है हम कहा से कहा,
अब आ गये है तो जाये तेरे मुकाम से कहा,
बहुत मिला है तेरा शुक्रिया करे कैसे,
ये कर्ज उतरेगा एक दिन मगर जुबा से कहा,
तेरी तलाश में …..
फूलो की सेहज समज कर चले कांटो पर,
हमे कोई भी शिकायत है भगबा से कहा,
तेरी तलाश में …
तू मेहरबा है तराजू है तेरे हाथो में,
सजा मिले गी भला हम को मेहरबा से कहा,
तेरी तलाश में …
हमे ना जात मिले गी तो साई के दर पर,
कोई बताये के ढूंढे इसे यहाँ से कहाँ,
तेरी तलाश में ….
Where did we go in search of you?
If you have come now, then go to your destination and said,
Got a lot thank you how,
This debt will come off one day but said to Juba,
In search of you…..
Understanding the beauty of flowers, walk on the thorns,
If we have any complaint, said to Bhagba,
In search of you…
You are kind, the scales are in your hands,
If we will get punishment, I told Meherba,
In search of you…
If we do not get caste, then at the rate of Sai,
Somebody tell me where to find it from here,
In search of you….