थारो म्हारो मावड़ी घणी पुराणी प्रीत
केड आवां तो लागे है, जईयां आग्या म्हे तो पीर
थारो म्हारो मावड़ी ………..
जठै जठै मैं चालूँ मावड़ी थे तो फूल बिछाओ हो
जी कानी मैं देखूँ मावड़ी नजर मन्ने थे ही आओ
मिलतो रवे दादी म्हाने, इक थारो प्यार दुलार
थारो म्हारो मावड़ी ………..
सासरिये में चिंता मावड़ी केड में आराम है
पिहरिये के लाड में दादी बीते चारों याम हैं
म्हारे सासरिये में सगला, सब जावण केड तैयार
थारो म्हारो मावड़ी……………..
थारी किरपा से ही मधु को हरयो भरयो परिवार है
थारो जवाईं भी म्हारी दादी करे थारी मनुहार है
थारा टाबरिया भी दादी, बस करै थाने ही याद
थारो म्हारो मावड़ी…………
विदा होने की जब घड़ी आवे हिवड़ो भर-भर जावे है
आंख्या का पानी मोती बन चरणां में चढ़ जावे है
मन्ने हिवड़े लगाकर दादी, बोली आती रहिज्ये पीर
थारो म्हारो मावड़ी……………….
Tharo Mharo Mavdi Ghani Purani Preet
Ked aawan to lage hai, jaiyan aagya mhe to pir
Tharo Mharo Mawdi………..
Jathai Jathai I was running mawdi, so you have to lay flowers
Yes, I will see Mawdi eyes, I had to come
Meeto Rave Dadi Mhane, Ik Tharo Pyaar Dular
Tharo Mharo Mawdi………..
There is rest in Chinta Mavdi Cade in Sasariye
Grandmother is the past four yams in Pehriye Ke Lad
Sagla in my mother-in-law, all Javan kade is ready
Tharo Mharo Mavdi…………………
From Thari Kirpa, Madhu has a Haryo Bharyo family.
Tharo Jawain is also my grandmother’s blessing.
Thara Tabaria is also grandmother, just remember the police station
Tharo Mharo Mawdi…………
When the time comes to leave, the hives are full
Aankhya’s water becomes pearl and climbs into the feet.
Grandmother said by applying Manne Hivde, keep coming Pir
Tharo Mharo Mawdi…………………