तुम दर्शन हम नैना रामा,
तुम दर्शन हम नैना रामा॥
कौशल्या की कोख से तुमने जनम लिया है ऐसे,
सुख समृद्धि की गंगा को मुख से जन्मे जैसे,
सरजू के तट झूम के गायें पल पल आज बधाई,
युग युग अँखियाँ तरसी है अब घडी यह पवन आई
मिल गया मन को चैना रामा
तुम दर्शन हम नैना रामा……
हम जीवन हैं तुम मुक्ति,
हम मरुस्थल तुम जल की धार,
हम स्वार्थ की बूँद हैं रामा,
तुम करना का सिंधु अपार,
हम दीपक तुम ज्योति,
हम संतान है तुम हो पालनहार,
हम आशा विश्वास हो तुम,
हम झांझर हैं तुम झंकार,
तुम सूरज हम रैना रामा
तुम दर्शन हम नैना रामा…..
Tum Darshan Hum Naina Rama,
Tum Darshan Hum Naina Rama॥
You were born from Kaushalya’s womb like this,
Born from the mouth of the Ganges of happiness and prosperity,
The songs of Jhum on the banks of Sarju, congratulations today,
The eyes of the ages are longing, now the clock has come, this wind has come
Got my mind Chana Rama
Tum Darshan Hum Naina Rama……
We are life, you are salvation,
We are the desert, you are the water’s edge,
We are drops of selfishness, Rama.
Indus of you do is immense,
We are the lamp, you are the light,
We are children, you are the nurturer,
we hope you believe,
We are the cymbals, you are the chimes,
Tum Suraj Hum Raina Rama
Tum Darshan Hum Naina Rama…..