धुन- बहुत प्यार करते हैं तुमसे सनम
इतना तो दो कन्हईया, हक़ कम से कम ll
कह सके ज़माने को ll, तुम्हारे हैं हम,,,
इतना तो दो कन्हईया, हक़ कम से कम ll
यह माना कि मीरा सा, न प्रेम अटल है ll
न अर्जुन विदुर सा, भरोसा प्रबल है l
न मित्र सुदामा के ll, जैसे हैं कर्म,,,
इतना तो दो कन्हईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
प्रह्लाद ध्रू जैसी, न मासूम भक्ति ll
नरसी न सूर जैसी, वो भाव में शक्ति l
न रस ख़ान जैसा ll, हमारा जन्म,,,
इतना तो दो कन्हईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
पड़ा वक्त गज़ पे तो, नंगे पाँव आए ll
पुकारा जो द्रोपदी ने, साड़ी बढ़ दिखाए l
निर्बल हूँ मैं बाबा/श्याम ll, तुझ से है दम,,,
इतना तो दो कन्हईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
न पारस न सोना, न हूँ कोई हीरा ll
मैं गोपाली पागल, न संत कबीरा l
बने दास सोनू ll, तेरा हर जनम,,,
इतना तो दो कन्हईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
Dhun – Love you so much Sanam
So much so two Kanhaiya, right at least I will
I can say that for the time being, we are yours,,
So much so two Kanhaiya, right at least I will
It is believed that neither love nor love is irrevocable.
Neither Arjuna is like Vidura, trust is strong.
Neither are friends of Sudama, as are karma,,
So much so two Kanhaiya,,,,,,,,,,,
Prahlad like Dhru, nor innocent devotion.
Narsi is not like a sur, the power in that feeling.
Not like Ras Khan, our birth,,
So much so two Kanhaiya,,,,,,,,,,,
Time is over, I’ll come barefoot
Draupadi who called, showed the saree increased.
I am weak, I am Baba / Shyam, I have power with you,
So much so two Kanhaiya,,,,,,,,,,,
Neither Paras nor gold, I am no diamond
I am Gopali mad, not Sant Kabira.
Sonu will become your servant, your every birth,,
So much so two Kanhaiya,,,,,,,,,,