अयोध्या में आओ, दरश पाकर जाओ
तुम्हे राम जी ने बुलाया हुआ है
राम नाम के दो अक्षरों की है महीमा निराली
जगत ये खुशी में समाया हुआ है
तुम्हे राम जी ने बुलाया है
जिधर देखीयेगा उधर राम जी है
वो है धर्म धारी परम धाम ही है
यंहा सारी दुनिया का मेला लगा है।
वो आया हुआ है
तुम्हे राम जी ने बुलाया हुआ है
वो कण-कण में देखो समाये हुए हैं
भक्तों के हदय में समाये हुए हैं
प्रभु राम घर अपने आये हुए हैं
भक्तों का हृदय प्रभु राम घर है
अयोध्या को ऐसा सजाया हुआ है
तुम्हे राम जी ने बुलाया हुआ है
कलश आस्था का ये गोरव हमारा,
भारत की गोरव गाथा लिख रहा हैं।
राम मे सभी मगन है
अयोध्या में आओ, दरश पाकर जाओ
तुम्हे राम जी ने बुलाया हुआ है