
सब कुछ दीन्हा आपने
भेट करू क्या नाथ
नमस्कार की भेट धर
जोडू मैं दोनों हाथ
सब कुछ दीन्हा आपने
भेट करू क्या नाथ
नमस्कार की भेट धर
जोडू मैं दोनों हाथ
एक भरोसा आपका
मुझे सदा महाराज
बिन दया प्रभु आपकी
कौन सवारे काज
जीवन मेरे आप है
परम भरोसा आप
दाता मेरे आप है
नाशो तीनो ताप
सोते बैठे जागते
चलते फिरते काल
तेरा ही प्रभु आसरा
हमको दीं दयाल
तुम्ही मेरे कृष्णा हो
तुम्ही मेरे राम
तुम्ही रक्षक विष्णु हो
तुम्ही शिव सुख धाम
सब कुछ दीन्हा आपने
भेट करू क्या नाथ
नमस्कार की भेट धर
जोडू मैं दोनों हाथ
One Response
So helpful thanks