धुन- क्या मिलिए ऐसे लोगों से
इस बेदर्द ज़माने का, अब रहा मुझे एतबार नहीं l
यार मेरा है श्याम धनी, किसी और की अब दरकार नहीं ll
जब से यारी हुई श्याम संग, हर पल मौज़ उड़ाता हूँ,
अपने सुख दुःख की केवल, “मैं इनको ही बतलाता हूँ” ll,,
जितना इसने प्यार दिया, है दिया किसी ने प्यार नहीं l
यार मेरा है श्याम धनी, किसी और की अब दरकार नहीं l
देख लिया हर रिश्ता मैंने, देख लिया हर नाता है,
जैसा रिश्ता श्याम निभाता, “वैसा कौन निभाता हैं” ll,,
झूठें हैं जग के सब रिश्ते, श्याम सा रिश्तेदार नहीं l
यार मेरा है श्याम धनी, किसी और की अब दरकार नहीं l
राजा हो या रंक सभी को, एक बराबर माने हैं,
न्यायधीश नहीं श्याम के जैसा, खाटू सी सरकार नहीं l
यार मेरा है श्याम धनी, किसी और की अब दरकार नहीं l
Dhun- what to meet such people
I don’t care about this cruel time.
Man is mine Shyam Dhani, no one else is needed anymore
Ever since I fell in love with Shyam, I make fun of every moment,
Of my happiness and sorrow only, “I tell them only” ll,
As much as it has given love, no one has given love.
Man is mine Shyam Dhani, no one else is needed now.
I have seen every relation, I have seen every relation,
Like the relationship Shyam plays, “Who plays like that” ll,
Lies are all the relations of the world, not a relative like shyam.
be it king or rank, everyone is considered equal,
The matter of everyone’s mind, this Sharma, “Well know” Ill,
Not like a judge, like Shyam, not a government like Khatu.
Man is mine Shyam Dhani, no one else is needed now.