नाजुक सी है कोमल सी है
घर का उजाला है
कुम कुम है हर घर का तुलसी के माना है
ये बेटियां ये बेटियां
आकश से उतरी ये परियो सी लगती है,
कितना मन बाहती है जब छम छम करती है
ये बेटियां ये बेटियां
कलियों सी चटक ती है फूलो सी मेहक ती है
माँ बाप की आँखों में सजधज कर रेहती है
ये बेटियां ये बेटियां
इन नन्हे चरणों में भगवान भी झुकते है,
इनकी ही किरपा लेकर बोले न करते है
ये बेटियां ये बेटियां
delicate is soft
home is light
Kum kum hai every house is believed to be of Tulsi
these daughters these daughters
It looks like a fairy descended from the sky,
How much does it hurt when you do it?
these daughters these daughters
sparkles like buds, smells like flowers
Adorned in the eyes of the parents
these daughters these daughters
Even God bows down at these little feet.
Do not speak with their own kink
these daughters these daughters