स्वामी राम सुख दास जी महाराज जी कहते है जिस समय मृत्यु आयेगी उस समय स्नेह रखने वाले रो देंगे और क्या करेंगे कुछ सहायता नहीं कर सकते
राम नाम रूपी धन पास होता तो मरने पर वह पूंजी साथ चलती
भजन आपने किया
भगवान का नाम लिया
भगवान का चिन्तन किया
सद्भावों का संग्रह किया
तोह वह आपके साथ चलेंगे
यहां की बटोरी चीजे साथ नहीं चलेगी
नाम जपते रहो, भजन करने के लिये जीभ खुली है
हाथ से काम धंधा करता रहे
मुख से नाम जप चलता रहे
ह्रदय में भगवान के प्रति अपनापन हो
संसार हमारा नहीं है, हम संसार के नहीं है
संसार की सेवा के लिये यहाँ आना हुआ है
रुपये पैसों में वासना रह गयी तोह सांप बनना पड़ेगा
भगवान भजन कर लोगे तोह वह साथ चलेगा वह असली पूंजी है I नाम महाराज की अपार महिमा है
चैतन्य महाप्रभु कहते है
भगवान ने अपने नाम पूरी शक्ति रख दी है I नाम लेने की सब समय छूट दे रखी है I
आप नाम जप करके नाम लिखा लो देरी न करो
भगवान से बार बार प्रार्थना करते रहो
राम राम कहते हुये साथ मे कह दो
हे नाथ !! में आपको भूलू नहीं !!
आपका नाम लेता रहूं I
जो समय बिना भजन के गया उसकी कोई कीमत नहीं I एक भी स्वांस खाली न जाये
जैसे लाखो करोड़ो होने पर भी नये कारखाने खोलने की धुन लगी रहती है
ऐसे ऐसे सन्त भक्त हुये है
एक दक्षिण में चोखमेला नाम का चमार था। मरने के बाद भी उनकी हड्डियों से नाम निकलता था
अर्जुन के रोम रोम से भगवान का नाम निकलता था I नींद में भी रोम रोम कृष्णा कृष्णा निकलता था
आप शरण तो हो जाओ
तुलसीदास जी कहते है अनेक जन्मों की बिगड़ी आज सुधार जाये I
राम के होके , राम का नाम जपो
भगवान का नाम लेते लेते नाममय हो जाऔ I