📚📚📚📖
कक्षा 1️⃣ : श्रद्धा
अर्थात मन-बुद्धि हृदय से इष्ट एवं
भजन में स्वीकृति
कक्षा 2️⃣ : वैष्णव संग
भजन करने वालों के साथ उठना।बैठना
और भजन। भगवान की बातें । घर
गृहस्थी की चर्चा नहीं ।
कक्षा 3️⃣ : भजन क्रिया
अर्थात 24 में से कम से कम 6 घंटे या
अधिक एकांत भजन में समय लगाना।
कक्षा 4️⃣ : अनर्थ नाश
घर । परिवार के क्लेश या तो होंगे नहीं।
होंगे तो हमारे चित्त पर प्रभाव नहीं
होगा उनका । पापों की निवृत्ति।
कक्षा 5️⃣ : निष्ठा
अर्थात दृढ़ विश्वास । पत्थर छाप ।
अविचलित होकर भजन करना ।
संशय की एक बूँद नहीं । प्रश्न समाप्त
कक्षा 6️⃣ : रुचि
अर्थात घूम फिर कर बार-बार भजन-भक्ति
मन की चंचलता समाप्त ।
कक्षा 7️⃣ : आसक्ति
भीषण एडिक्शन । जी न पाना ।
खा न पाना । रह न पाना। भगवत् चर्चा
एवं भजन के बिना ।
कक्षा 8️⃣ : (प्रेम) भाव = रति
हृदय में श्री कृष्ण के विराजने योग्य
विशुद्ध सत्व की प्राप्ति और श्रीकृष्ण का
हृदय में होने का आनंद आभास सर्वदा
आभास । दर्शन । अनुभूति ।
चैक करें इस समय किस कक्षा में हैं हम !
जय श्री राधे ।।