क्या आपने कभी ईश्वर से बात करने का प्रयास किया है। अगर नहीं किया है तो आज से ही परमात्मा से बात करने का प्रयास शुरू कर दीजिए। आइए परमेश्वर से कुछ बातें करते हैं।
हे गोविंद सर्दी बहुत पड़ रही है। शीत लहर चल रही है।आप ठंड से बचे रहियेगा। आपके पास कंबल रजाई तो है ना । मेरे पास दो तीन कंबल हैं। एक ले लीजिए प्रभु ।
मुझे जाने क्यों लग रहा है कि आज आप बहुत पैदल चले हैं। आपके पैरों में दर्द हो रहा होगा। बैठिए मैं आपके चरण दबा देता हूं। गुनगुना सरसों का तेल भी आपके पैरों पर मल देता हूं।
हे दामोदर आज अपने हाथों से कुछ बना कर आपको खिलाने का मन हो रहा है। बताओ क्या बनाऊं आपके लिए। चलो आज आपके लिए गाजर का हलवा बनाता हूं।
हे माधव जन्मों जन्मों की विषय वासनाओं से मेरा चित्त अशुद्ध है। इस पापी अधम जीव पर कृपा करो कि मेरा चित्त शुद्ध हो जाए और आपके चरणों में लगे।
हे केशव मेरी कोई भी श्वास बेकार न जाए। हर श्वास में आपका चिंतन होता रहे और मुंह से राधे राधे निकलता रहे।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।