
“असली करवाचौथ”
हमारा पति सिर्फ परमात्मा हैजिसे स्वयं हमने भूला दिया हैविधवायें बन हम सब रह रहीजीवन अपना बर्बाद किया हैहमारे दिल
हमारा पति सिर्फ परमात्मा हैजिसे स्वयं हमने भूला दिया हैविधवायें बन हम सब रह रहीजीवन अपना बर्बाद किया हैहमारे दिल
हम धन कमाने और संपत्ति एकत्रित करने में इतने व्यस्त हो गए हैं कि जीवन के अन्य पहलुओं की उपेक्षा
अपने लिए जिन्दगी जीना है।अपनो के कार्य में सहायक अवश्य बनो।लेकिन उनके साथ सम्बन्ध एक सीमा तक रखो मोह के
जब हम पैदा हुए तब फुल की तरह खिले हुए थे मात पिता ने प्रेम की लोरी से पालन किया।
जिससे मनुष्यके मन को शान्तिमिले, वही सच्चा आध्यात्म है।आध्यात्म का अर्थ है अपनेभीतर के तत्व को जानना,मननकरना और दर्शन करना।आध्यात्म
जब आप के सामने मुसीबत पर मुसीबते आती है। तब स्टारटिगं में आप अपने घर परिवार अपने हमसफ़र से आशा
भक्त जब भगवान नाथ की मन ही मन विनती स्तुति नमन वन्दन और नाम सिमरण करता है। तब भक्त जानता
भगवान सबमें समाया हुआ है। भगवान को भजते हुए हम परमात्मा का प्रेम परमात्मा के आनंद रस से झुमते हैं।
अधिकारी न होने पर इस विद्या का भेद खोलने से पाप लगता है।भगवान शिव कहते है। हे शिवे नैतज्ज्ञानं वरारोहे
प्रत्येक साधक की कुछ दिन ध्यान साधना करने के बाद यह जानने की इच्छा होती हैंकी मेरी कुछ आध्यात्मिक प्रगति