।। देव परिचय ।।
मनुष्यों के पृथ्वीतत्त्व प्रधान शरीरों की अपेक्षा देवताओं के शरीर तेजस्तत्त्व प्रधान, दिव्य और शुद्ध होते हैं। देवताओं के शरीरों
मनुष्यों के पृथ्वीतत्त्व प्रधान शरीरों की अपेक्षा देवताओं के शरीर तेजस्तत्त्व प्रधान, दिव्य और शुद्ध होते हैं। देवताओं के शरीरों
हिन्दू धर्म में भगवान् को भोग लगाने का विधान है … क्या सच में देवतागण भोग ग्रहण करते ? हां