
हो मेरे गुरु जी पालनहार
हो मेरे गुरु जी पालनहार तेरा सजेया रवे दरबार, मैं मंगदी रवा दिन रात तू वंडदा रवे हर वार हो

हो मेरे गुरु जी पालनहार तेरा सजेया रवे दरबार, मैं मंगदी रवा दिन रात तू वंडदा रवे हर वार हो

रही बक्श्दा तू किते होए कसूर दातिया, सहनु चरना तो करी न तू दूर दातिया, असि कपडे नु चढ़े कच्चे

जिवे असा उडीका पाइया गुरा नु मिलन लई, इक वार ता साड़ी याद गुरा न आई होनी एह, जिवे असा

साँचा तेरा नाम तेरा नाम, तू ही बनाये बिगड़े काम तेरा कर्म है एक समन्दर, जिसका नहीं किनारा, दूर हुई

ॐ नमो गुरुदेव जी, सबके सरजन हार, व्यापक अंतर बाहर में, पार ब्रह्म करतार , देवन के भी देव हो,

सदक़े मैं जावाँ, वारी मैं जावाँ, त्वानूँ गुरूजी जद जद वेखाँ , हथ मैं जोड़ाँ, सीस झुकावाँ , त्वानूँ गुरूजी

जप गुरु जी का गुरु जी का नाम भगत, तेरे बिगड़े बने गे काम भगत, गुरु शरण में तू शरणागत

जिथे दर्शन हॉवे तेरा सोइ वेला धन गुरु जी, मूक जाए चौरासी दा गेड़ा सही वेला धन गुरु जी, जिथे

मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो मैं वी दर तेरे ते आयी होई आ मेरे कर्मा वल ना वेखियो जी,

सतनाम सतनाम सतनाम वाहेगुरु वाहेगुरु, मेरा नानक दिल दियां जाने जाने मेरा करतार जी, सतनाम सतनाम वाहेगुरु वाहेगुरु बोलो इक