सेवा ते सिमरन मैनु बख्श दे दातेया
हरी हरी हरी अराधाना अमृत वेले जागना, तेरे दर आ गया, किता मन अरपन तेनु बख्श दे दातेया, सेवा ते
हरी हरी हरी अराधाना अमृत वेले जागना, तेरे दर आ गया, किता मन अरपन तेनु बख्श दे दातेया, सेवा ते
मेरे मलका मेरे प्यारेया हाथ जोड़ के अरदास मैं करा, दासा दी मन अरदासा कर पूरियां सब दियां आसा, मैं
गुरु ऐसी कृपा बरसा दे, गुरुदेव कृपा बरसा दे, मैं भिखारी तेरे दर्शनो का तू दर्शण करा दे गुरु देव
मीठे लगदे गुरु जी तेरे बोल वेले अमृत दे, मैनु रख चरण दे कॉल वेले अमृत दे, ठंडी हवा तेरे
तनु कौन करेगा पार तनु कौन करेगा पार, जे तू गुरुआ दा नाम नहियो जपया, तनु कौन करेगा पार तनु
हमारे गुरु सब विधि पूरण काम सब बिधि पूरण काम हमारे गुरु चार पदारथ देत दयानिधि, दानी दंपति नाम, हमारे
तेरी कृपा ही मेरा सब कुछ, ओ मेरे सतगुरू प्यारे, मुझे नहीं चाहिए अब कुछ, ओ मेरे सतगुरू प्यारे, गैरो
जेहड़े करन गुरा नाल प्यार प्यारे लगदे ने लगदे ने भी लगदे ने जेहड़े आ गये विच दरबार प्यारे लगदे
आज बुधवार है गणपति जी का वार है प्रथम पूझे अधिकारी जी की महिमा अप्रम पार है, आज बुधवार है
मेरे अंग अंग विच साईं मेरा बोल्दा मेरे लई भंडारे सदा साईं मेरा खोल्दा कितियाँ ने माफ़ मीथो होइया जो