
एक दिन ऐसा आयेगा
तोड़ चले गा जग से नाता सदा सदा के लिए सो जाएगा, एक दिन ऐसा आयेगा, धन दौलत और रिश्ते

तोड़ चले गा जग से नाता सदा सदा के लिए सो जाएगा, एक दिन ऐसा आयेगा, धन दौलत और रिश्ते

जीवन जिसने कमलपुष्प सा हम सबका खिलाया, माध्यम बन सखा हमें शिव बाबा से मिलाया, अव्यक्त बनाने हमको अव्यक्त रूप

तुम ही तुम निगाहो में हो बाबा, और कुछ देखने की जरूत नहीं, तुम ही दिल जिगर में वसे हो

हमे रास्तो की जरूरत नहीं है, हमे तेरे पेरो के निशान मिल गये है, तुम ही हो शिव और ब्रह्मा

चलो चल रल मिल दर्शन कारिये सतगुरु नानक आये ने, चलो चल भव सागर मिल तरिये कलयुग तारण आये ने,

कर किरपा तेरे गुण गावँ कर किरपा तेरे गुण गावँ ….कर किरपा तेरे गुण गावँ नानक नाम जपत

किस विध मिलूं प्यारे क्यों गुण नाही रे चलत चलत भव हारे मोहे गुण नाही रे किस विध मिलूं प्यारे

स्वांसां दी माला नाल सिमरन मैं तेरा नाम, तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम, बन जावा बन्दा मैं

युग युग जीवे मेरे सतगुर प्यारे तू, हर हाल विच मेरे काज सवारे तू, गुण अवगुण मेरे कदी भी न

मेरे सतगुरु ना मुझको भुलाना, सेवक हूँ तेरा, नहीं हूँ बेगाना बड़े भाग्य से मिल गया साथ तेरा, हाथों में