जय गुरुदेव धन गुरु देव
जय गुरुदेव धन गुरु देव सारे बोलो जय गुरु देव, रल बोलो जय गुरुदेव, हर मुश्किल फिर हल हो जावे
जय गुरुदेव धन गुरु देव सारे बोलो जय गुरु देव, रल बोलो जय गुरुदेव, हर मुश्किल फिर हल हो जावे
मैं सूती रेह गई जी गुरु जी मैं करमा दी मारी, कोई व्यपारी भेज देयो जिस नु नींद वेच दा
सतगुरु अपनी कुटिया में आ जाइये ये भी घर है आपका हमे अपनाइये गुरु नाम का, मैं नशा चाहती हूं
मेरे गुरु जी दे दरबार सदा खुशियां ही खुशियां, जो भी आनदे शीश झुकानदे मेरे गुरु जी गल नल लौंडे,
जद मैं नाम दा सुरमा पाया मेरी अख खुल गई, मेरी अख खुल गई सारा जग भूल गई, जद मैं
मेहराँ वालिया साइयाँ रखी चरना दे कॉल, रखी चरना दे कोल रखी चरना दे कोल, मेहराँ वालिया साइयाँ ……. मेरी
पुड़िया ज्ञान की पिलादे गुरुदेव दर्द मेरी नस-नस में, चार महीने आये सर्दी के सर्दी सर्दी होये, रोये नाम की
मेरे गुरु जी दया करदो अपनी संगत नु दर्शन दो सब ते किरपा गुरु जी करदो अपनी संगत नु दर्शन
इक लड़ फड़्या गुरु जी तेरे नाम दा, झूठा सारा जग है कोई नहीं काम दा, इक लड़ फड़्या गुरु
तू मेरा जीवन आसरा, मेरे शहंशाह, मेरीआं अखिआ दे तारे मैं ता बस हुंण जी रही हां इक तेरे सहारे