मेहर कर बाबा आके ठण्ड बरसादे
फेली कैसी अग सारा सड़ी जांदा जग, इक दुसरे तो लग लोक मरी जांदे ऐ, मेहर कर बाबा आके ठण्ड
फेली कैसी अग सारा सड़ी जांदा जग, इक दुसरे तो लग लोक मरी जांदे ऐ, मेहर कर बाबा आके ठण्ड
शुक्र शुक्र तेरा मैं शुक्र गुजारा पल पल गुरु जी तनु पुकारा, धन्य धन्य भाग साडे गुरु घर आये ने,
मात पिता प्रबु गुरु चरणों में धन्दवत बारम बार हमपर किया बड़ा उपकार माता ने जो कष्ट उठाया वो ऋण
तू ही दिति एह दलेरी दूर किती है हनेरी, आस सबना दे दिल दी पुगाई होइ है जी, मेरे गुरु
ओहदी ज़िन्दगी च कमी ना कोई रेह्न्दी, जो नाम जपे सतगुरु दा ll ओहदी हर एक मुराद पूरी हुंडी, जो
तर्ज- दिल के अरमा आंसुओं में बह गए… टेक- सतगुरु का सन्देश यह बतला रहा, सारा जीवन
मैं बलिहारी सतगुरु मेरे, सतगुरु आये आज घर मेरे, ऐना गुरा नु अखा विच वसा लवो, अखा बांद करो दर्शन
मीठे लगदे गुरु जी तेरे बोल वेले अमृत दे वेले अमृत दे वेले अमृत दे, सहनु रख चरना दे कोल
तारो मैं चन्द्र सामान हो, गुरुदेव तुम्हारी जय होवे, हम सब के जीवन प्राण हो, गुरुदेव तुम्हारी जय होवे, मुद्दत
सोहने लगदे ने महल चबारे जिथे सत्संग लगदे, सोहने लगदे ने गुरा दे द्वारे जिथे सत्संग लगदे, सत्संग दे विच