गुरु जी जीवन-जहजवा भव से दिहिं उतार
हाँथ जोड़ के विनती करीं,अर्जी सुनी हमार, गुरु जी जीवन-जहजवा भव से दिहिं उतार | रउरा चरनिया में सब सुख
हाँथ जोड़ के विनती करीं,अर्जी सुनी हमार, गुरु जी जीवन-जहजवा भव से दिहिं उतार | रउरा चरनिया में सब सुख
गुरुजी दरस बिन जिया मोरा तरसे, गुरु जी मेरे नैनन में जल बरसे , गुरु जी दरस बिन जियरा मोरा
गुरुदेव नमाह गुरुदेव नमाह गुरुदेव नमाह गुरु गंगा का निर्मल पानी है जिसे नैया पार लगानी है जिसे नैया पार
घर आवो साजना, मैं देखां दर्शन तेरा ll *मैं देखां दर्शन तेरा, मैं देखां दर्शन तेरा ll घर आवो साजना,
रोम रोम में राम है ,राम नाम आधार, राम रटन जब मे लगा ओर रटन बेकार, तेरे चरणों मे आ
तुम सामने बैठे हो बाबा हम देख रहे मन दर्पण में, दुनिया ढूंढे तुम्हे कण कण में हम मिलन मनाते
तेरे नाम की महिमा गाउ, तेरी साँची ज्योत जलाऊ, तेरे चरणों में बैठ के सतगुरु तेरा निशदिन दर्शन पाउ, तेरे
यो जीवन अनमोल गमावजो मति यो जीवन अनमोल गमावजो मति, काया चूंदड़म दाग लगावजो मति यो जीवन अनमोल गमावजो मति
गुरु का दर्शन देख देख जीवा, गुरु के चरण धोये धोये पीवा, तिसु गुरु क्यों सिमरु सासि सासि, गुरु मेरे
जिसके सिर ऊपर तू स्वामी, सो दुःख कैसा पावे । बोल ना जाने माया मदमाता, मरना चित ना आवे, जिसके