गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंद
गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंद गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत गुरु मेरा देव अलख अभेव सरब पूज्य, चरण गुरु सेवू
गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंद गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत गुरु मेरा देव अलख अभेव सरब पूज्य, चरण गुरु सेवू
मिल मेरे प्रीतमा जिओ, तुध बिन खड़ी निमाणी, मैं नैनी नींद ना आवै जीओ, भावै अन्न ना पानी, मिल मेरे
शुक्र गुजारा पल पल गुरु तनु पुकारा, शुक्र शुक्र तेरा मैं शुक्र गुजारा पल पल गुरु जी तनु पुकारा, धन
सब संगत नु वधाई होवे, दिन सत जुलाई दा आया, मैं दर्श गुरा दा पाया, सब संगत नु वधाई होवे,
मैं छम छम नाचू आज गुरु जी मेरे घर आए मेरी कुटिया के जग के भाग गुरु जी मेरे घर
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु र्गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः, सतगुरु के दरबार नर जाइये बारम्बार, भूली वस्तु
नामु मिलै ता जीवां॥ नानक नामु मिलै तां जीवां॥ तेरा कीता जातो नाही मैनो जोगु कितोई॥ मैं निर्गुणारे को गुण
कोई बोले राम राम कोई खुदाए, कोई सेवै गोसैया कोई अल्लाहे, कारण करण करण करीम कृपाधार रहीम, कोई बोले ……
सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल हैं, जिथे किथे मैनु लै छडाइ, तिस गुरु कौ हौ वारिया, जिन हर की हर
साडे कर दिते पुरे अरमान गुरु जी, असी जाइये तेरे उतो कुरबान गुरु जी कीने पूछना सी जे तू न