मेरे हिरदये में बाबा तुम्हारी याद के दीप जलते रहे
मेरे हिरदये में बाबा तुम्हारी याद के दीप जलते रहे, ऐसा लगता प्रीत की छर में छर छर इस जीवन
मेरे हिरदये में बाबा तुम्हारी याद के दीप जलते रहे, ऐसा लगता प्रीत की छर में छर छर इस जीवन
कृपा की एक नज़र गुरुवर हमारी ओर कर देना मिटा कर मोह तम उर दीप में तुम ज्योति भर देना
मन राम सिमरु मन राम सिमर पश्तायेगा पश्तायेगा, मन राम सिमरु मन राम सिमर पापी जीयरा लोब करत है, आज
अज भी चले लंगर बाबे नानक जी दा लाया नाम जपो ते किरत करो सी सब नु वन्द छकाया भव
धन गुरु नानक धन गुरुनानक, ऐसा लंगर रचाया जग ते भूखा न कोई रह पाया, जिस ने पढ़ लई वाणी
कीवे व्यान करा सतगुरु तेरी महिमा अप्रम पार, जग ते तोड्या शीशे वांगु तू लाया सीने नाल, कीवे व्यान करा
संगम की बेला है सुहानी, ये समय है बड़ा वरदानी, संगम पर ही शिव बाबा है आते, ज्ञान शंख से
सत्गुराजी से ध्यान लगा आ…आ…आ…आ रे मनवा क्यो फिरता विषयो मे वीषयो मे सभी इंद्रियों को तू सम करले, इष्ट
स्वसन दी माला नाल सिमीरा मैं तेरा नाम स्वसन दी माला नाल सिमीरा मैं तेरा नाम बान जावा बांदा माई
तेरी किरपा ने कीता है कमाल सोन्या, तेरे चरना तो वारी वारी जावाँ सोन्या १. वारी जावाँ तेरे ते लख