एक मनावे राम प्रभु ने एक माँ का वचन निभाबे से
बाला जी और श्याम धनि की महिमा भगत सुनावे से, एक मनावे राम प्रभु ने एक माँ का वचन निभाबे
बाला जी और श्याम धनि की महिमा भगत सुनावे से, एक मनावे राम प्रभु ने एक माँ का वचन निभाबे
तेरे सीने में बसे रघुराई बजरंगी तेरा क्या कहना तूने सोने की लंका जलाई बजरंगी तेरा क्या कहना संजीवनी तुम
कष्ट मिटावे बाला भुत बजावे, राह भगता ने भव् से निकाल बाला जी वो तो भूता का से थानेदार बाला
देखो बाला जी संकट है काटे संग शनि देव नजरे फिराते जिनकी नजरो को दुनिया तरस ती उनकी किरपा सभी
मारो दूध क्यों लगायो रे बेटा हनुमान मारु धार पहाड़ भट जावे ऐसो दूध पिलायो हनुमत जनक सीता ने रावण
दिल लगन लगा दो बाला जी श्री राम प्यारे की बनती तकदीरे देखी किस्मत के मारो की दिल लगन लगा
समझ के सूरज को फल जिसने पल में ग्रास बनाया, दर विकराल रूप इक पल में खाख में लंका को
श्री बाला जी महाराज तेरे दर पे भगत पुकार रहे, कोई रोके हाल सुनाये रहा कोई गुम सुम हो के
प्रनवउँ पवनकुमार खलबन पावक ज्ञानघन जासु हृदय आगार बसहिं राम सर चाप धर अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम् दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम् रघुपतिप्रियभक्तं
शक्ति वान लगे लक्ष्मण को व्याकुल हुए राम राई रे बजरंगी विपदा की घड़ी में तनिक न देर लगाये रे