
नीले पे चढ़ के आजा न ज्यादा देर लगावे
पल पल तेरी याद सतावे लिगन कालजा जावे रे, नीले पे चढ़ के आजा न ज्यादा देर लगावे, हारे के

पल पल तेरी याद सतावे लिगन कालजा जावे रे, नीले पे चढ़ के आजा न ज्यादा देर लगावे, हारे के

सपने में आया मेरे खाटू नगरीया मंदिर में बैठा दिखा श्याम सांवरिया बाबा ने देखा मुझे और म मुस्कराया करके

देता है सभको श्याम किसे से वैर नहीं है, मेरे श्याम के दर देर है अन्धेर नहीं है, लेता है

मेरे बाबा करम हो करम तेरे होते ये आँखें हैं नम मेरे बाबा करम हो करम फेर मुझसे नहीं तू

ओ खाटू वाले श्याम मेरे मन को तू ही भा गया ओ मुरली वाले श्याम मेरे मन को तू ही

आये बाबा श्याम शरण में तुम्हारी. देखो इस और खबर लो हमारी, कोई भल हीन दीन हाथ जो पसारे, सौंप

बाबा तू कभी ना मुझे भूलना मैं तेरे द्वारे आता रहूंगा जाऊं मैं कहीं भी साथ तू रहना मैं तेरे

एक चीज म्हे माँगा बाबा ना करियो इंकार, थारी दया से म्हारो फुले फले परिवार, थारी दया से म्हारो फुले

श्याम माने दर्शन दे एक बार, थारी सूरत दिल में बस गई तुमसे हो गया प्यार, श्याम माने दर्शन दे

खाटू वाले श्याम की दुनिया है दीवानी शीश का दानी ये है शीश का दानी महाभारत की अमर कहानी शीश