सुनो श्याम धनी सरकार मेरी बिगड़ी बना दो
सुनो श्याम धनी सरकार मेरी बिगड़ी बना दो, मैं आया तुमरे द्वार मेरी बिगड़ी बना दो, सुनो श्याम धनी सरकार
सुनो श्याम धनी सरकार मेरी बिगड़ी बना दो, मैं आया तुमरे द्वार मेरी बिगड़ी बना दो, सुनो श्याम धनी सरकार
टाबरियां की अटकी नईया करदो परली पार, अरजी हमारी बाबा थाम ले वो पतवार, इब तो पल पल जीनो हो
हारे का सहारा है, कश्ती का किनारा है मेरे श्याम तुम बिन नहीं, जीवन का गुज़ारा है अपनों ने ठुकराया,
ओ खाटू वाले ओ नीले वाले मेरी भी नैया तेरे हवाले, मेरे दुखो में तू काम आये है कौन मेरा
मैया लग रह्यो भारी चाव , आज मैं खाटू जाऊंगा , श्याम का दर्शन पाऊगा, खाटू जाऊ दर्शन पाऊ चरणन
हु मैं पागल दीवाना जले चाहे ये ज़माना, मेरी श्याम से यारी मैं भुला दुनिया दारी, मेरे रोम रोम में
टाबर तेरा ने तू लगाले, ओ खाटू का श्याम टाबर तेरा ने….. बेगो आज्या खाटू वाला ,टाबरिया दुक्ख पावे रे,
कहना मत बाबा ये सबके सामने, आता हु मै तुमसे मांगने, जो जान वो जायेगे मेरी हसी उड़ाए गे, कहना
मेरे दुश्मन यहीं ये,मेरी उलझन है ये, बड़ा तरसाती है, ये खिड़की, खिड़की ये खिड़की, ये खिड़की जो बंद रहती
जन्मदिन आया है,जन्मदिन आया है, खाटू वाले श्याम धनि ने सबको खाटू भुलाया है, जन्मदिन आया है………… लगाओ बाबा के