मैं लाड़ली खाटू वाले की
मेरे घर में रोज ही होली है, मेरे घर में दिन में होली है, और राते है दिवाली की, मैं
मेरे घर में रोज ही होली है, मेरे घर में दिन में होली है, और राते है दिवाली की, मैं
ओ संवारे जग के सहारे छुट जाये रूठ जाये लोग हम से क्या हुआ, मेरा सहारा है तू दुनिया है
बाटड़ल्या थारी जोवता, म्हारी आखड्ल्या दिन रात, आओ म्हारा साँवरा श्याम आओ ना, मनड़े री बात कर ल्यां, तो कोई
श्याम बाबा का दर मिल गया एक बेघर को घर मिल गया, एक भटके से रही को यु आसरा उम्र
चल खाटू नगरी में बाबा श्याम के दर्शन पा ले, तेरा बिगड़ा भाग सवर जायेगा तेरा घर खुशियों से भर
दर्शन का प्यासा हु संवारे, दर्शन देदे रे जीवन बीता जाए, तेरा भजन करना प्रभु स्वार्थ है मेरा, दर्शन बिना
कुछ ऐसा कर कमाल के तेरा हो जाऊ , मेरे खाटू वाले श्याम मैं तेरा हो जाऊ तेरे दर पे
दरबार तेरा हाउस फुल है I क्यों की तू बड़ा पावर फूल है II मै वारी जाऊ सूरत पे थारे
बिगड़ी मेरी बनादे दुखड़े मेरे मिटा दे, बाबा ओ खाटू वाले बाबा ओ खाटू वाले, कलयुग का तू देव है
ऐसा गुनाह करा की मुकदमा आये तेरे पास हो साँवरिया तेरे खाटू में आजीवन कारावास हो छोड़ तेरे मंदिर की