इतना ना सज मेरे बाबा
इतना ना सज मेरे बाबा तू नजर लग जाएगी नजर लग जाएगी, गेरो की हम क्या कहे नजर अपनों की
इतना ना सज मेरे बाबा तू नजर लग जाएगी नजर लग जाएगी, गेरो की हम क्या कहे नजर अपनों की
ना मांगे चांदी सोना ना मांगे हीरा मोती, हो जाए दर्श तुम्हारा चाहता अपनी इकलौती, जल्दी से जल्दी तुमसे मिलने
मेला श्याम का आया फेसबुक पर न्योता श्याम धनि का आया, हमे तो खाटू जाना है बुलावा सेठ श्याम का
तूने श्याम से प्रीत लगाई है, मेरी तुमहो यार बधाई है, तेरी प्रीत यार दिन रेन बड़े , तूने अशुरु
बाबा श्याम खाटू धाम मने भी भुलालो जी, मैं भी तो बालक हु थारो सेवा में लगा लो जी चर्चा
आओ आओ जी बनवारी,बाजी होजा थारी महारी, तास में लायो मदन मुरारी खेलो सांवरिया खेलो सांवरिया…… इसमें बादशाह हे बनवारी,इसमें
तेरी गोद में गोकुल है बाहों में बरसना, मेरा दिल तो यही चाहे खाटू में बस जाना, हरिदवार सा द्वार
जीमो जीमो सांवरिया छप्पन भोग सजाया मैं तो थाल खड़ा, गंगा जल छारी भर लाया चन्दन चौंकी बिछाई, कंचन थाल
आ जाओ घनश्याम थारा टाबर जोवे बाट श्याम मेरे आ जाओ, श्याम मेरे आ जावो श्याम मेरे आ जाओ खाटू
मतलब की है दुनिया साऱी, सच्ची श्याम तुम्हारी यारी, अब तेरे सिवा मेरे बाबा के मेरा यहाँ कोई नहीं, मेरे