जरा चलकर के खाटू में देखो
जरा चलकर के खाटू में देखो, श्याम किरपा लुटाते मिलेंगे। श्याम के द्वार जो आ गया है, जो भी चाहा
जरा चलकर के खाटू में देखो, श्याम किरपा लुटाते मिलेंगे। श्याम के द्वार जो आ गया है, जो भी चाहा
खाटू जाउंगी दर्शन पाउंगी चाहे पड़ जाए छाले पाओ में न गबराऊ गी श्याम को ध्याऊ गी, आये लाखो मुसीबत
थारी सवाली सूरत घुगराला बाल जीवे भावे है सरकार, रूप सलोनो से ने भावे देख भगत राजी हो जावे, थारा
श्यामा थारी मन में आवे बाबा थारी याद सतावे, दो दिन रह जा पावना, रह जा रह जा पावना, चांदी
तू है कमाल बाबा तू है कमाल, तेरी महिमा कमाल मैया मोरवी का लाल, कब किसको क्या देदे कब किस
घणा दिना सु म्हारो श्याम मुस्कायो देख कालजो भर आयो २ कितनो ध्यायो,कितनो मनायो, कितना असुवन भेंट चढ़ायो, किस्मत से
मिल गया जब से श्याम का दीदार, हर कदम पे दिख रहा है मुझको खाटू धाम, अब तो न रहते
जलवा है जलवा है जलवा है मेरे श्याम धनि का, श्याम धनि है मेरे खाटू के राजा दूजा कोई और
दुनिया के कोने कोने में खाटू श्याम का शिका चलता है, भारत का बच्चा बच्चा मेरे श्याम के टुकडो पे
साखी: रंग रंगीले श्याम के बरसे रंग अपार’ छीटा जिसके लागेगा होगा भव से पार” म्हारी