
म्हारी झोपडी में एक बार आजा
साखी: रंग रंगीले श्याम के बरसे रंग अपार’ छीटा जिसके लागेगा होगा भव से पार” म्हारी

साखी: रंग रंगीले श्याम के बरसे रंग अपार’ छीटा जिसके लागेगा होगा भव से पार” म्हारी

बाबा तेरा मेरा रिश्ता पुराना है नहीं मुझसे रूठना, के तेरा दीवाना है सांवरे रख लो शरण सांवरे सांवरे रख

जय जय बाबा श्याम..जय जय खाटू धाम जय जय बाबा श्याम..जय जय खाटू धाम जय जय बाबा श्याम..जय जय खाटू

ऐ मेरे श्याम दौड़ के आजा, बिन तेरे ज़िन्दगी अधूरी है, आ के तो देख मेरी हालत को, बिन तेरे

पूछे जो ज़माना क्या ठिकाना क्या है नाम मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम ग़म आये ग़म जाए हम बिलकुल

पेहली बार सपना साकार हुआ है मुझे श्याम बाबा का दीदार हुआ है मेहरबान मुझपर दातार हुआ है मुझे श्याम

मेरा खाटू वाला है पहचान मेरी, मिला श्याम जब से बड़ी शान मेरी, जीना क्या श्याम बिन इक पल कठिन,

नैना मालो काजलियो बनाई थाणे राखा प्यारा सांवरा जी बाबा श्याम, नैना मालो…. थारे सु म्हारी पेला री पिछाण ,

ओ श्याम ओ श्याम तू कितना प्यारा तू कितना न्यारा है, सब का सहारा है ओ श्याम ओ श्याम, जब

हे री माई मेरा खाटू वाला राखे सबकी लाज, वैर करे न कभी किसी से बिगड़े बनाये काम, हे री