
मेरा यार है वो मेरा यार है
जिसकी ऊँगली पे चलता ये संसार है, वो खाटू वाला श्याम धनि मेरा यार है, खाटू में लगा कर बैठा

जिसकी ऊँगली पे चलता ये संसार है, वो खाटू वाला श्याम धनि मेरा यार है, खाटू में लगा कर बैठा

आये हैं दीवाने खाटू में बाबा को मनाने खाटू में, मस्ती का दरिया बेहता है यहाँ सेठ सांवरियां रहता है

रोती हुई आँखों को मेरे श्याम हसाते है, जब कोई नहीं आता मेरे श्याम ही आते है, रोती हुई आँखों

आन्धी आए तुफान आए, कैसी भी कोई मुश्किल हो जीवन नैया डोल रही हो, मिलता ना कहीँ साहिल हो ऐसे

तेरी किरपा से ज़िंदगी कट रे मौज में, काम भी रुकता को न धेला न गोज में, साइकल तक न

बनडो सो लागे रे सज धज के मेरो संवारो, मोर पांखडी मुक्त पे सोहे मोहे कुंडल प्यारा, माथे चन्दन टिका

चाल गौरी फागनिये में दोनू खाटू चाला ऐ. कोई झुक झुक धोक लगास्या ऐ बाबा के थारे सागे खाटू चालू

परदेसी हु बाबा बड़ी दूर से आया हु, थारी खातिर भक्ति का नजराना लाया हु, करदो थोड़ी सी किरपा थारो

तू दाता दातारी सारी तेरी जग ने मानी, खाटू के बाबा श्याम ये दुनिया तेरी दीवानी तेरे दर पे सिर

कुण तो सुणेला कुणने सुनाऊं, म्हारे मन की बात, थां बिन दुखड़ा कोण हरे, खाटू वाला श्याम, श्याम थारा दास