भूल न मुझको जाना बाबा
भूल न मुझको जाना बाबा हु तेरा ही नौकर मैं, जो देते तुम तन को उसमे जीता हु खुश हो
भूल न मुझको जाना बाबा हु तेरा ही नौकर मैं, जो देते तुम तन को उसमे जीता हु खुश हो
खाटू में बैठा मेरा बाबा श्याम करे सब पे किरपा करे सब के काम, नही जाए खाली जो जपते है
शीश निभाता है संसार तेरी मोरछड़ी के आगे, झुक गए बड़े बड़े सरदार तेरी मोर छड़ी के आगे, कोई श्याम
(तर्ज़ :- दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है ) अच्छे बुरे जैसे भी , हालत हो सीर पे सांवरिये तेरा
ओ सांवरिया अब तो निहारो कब से खड़ा हूं तेरे द्वार… कौन सुनेगा किस को सुनाऊं, मैं जग से लाचार
म्हारो छोटो सो परिवार,थासु विनती बारम्बार म्हारे,आंगने में सुख बरसाता रहीज्यो श्याम बारहो महीना म्हाने खाटू बुलाता रहीज्यो श्याम म्हारो
दूज को चाँद बनियो है बाबो , मुलन्क मुलन्क मुस्कावे है, आयो जन्म दिन श्याम धनि को माहरो मन हरषाये
तुमसे बात करते है इनायत है तेरी बाबा, तुम्हारे पास रहते है इनायत है तेरी बाबा, इनायत है तेरी बाबा,रहमत
मंदिर में जा छुपे हो नियत क्या है तुम्हारी, लेकर के आ गये हम रंग भरी पिचकारी, मस्ती भरा महीना
खाटू वाला तो रहता है, हरदम मेरे साथ मेरे दिल की ये जाने-2, जाने हर बात दुनिया वाले मुझे सताते