
मेरे श्याम का ठिकाना
शीश का दानी मैंने ठानी मेरे खाटू बाबा चरन में तेरे शीश जुकाऊ मन जो तुझ संग लागा, कान्हा कान्हा

शीश का दानी मैंने ठानी मेरे खाटू बाबा चरन में तेरे शीश जुकाऊ मन जो तुझ संग लागा, कान्हा कान्हा

भरदो झोली मेरी खाटू वाले , बड़ी महिमा सुनी है तुम्हारी कोई खाली गया ना सवाली , तेरे दर से

मैं तो जो कुछ भी हूँ, जैसा भी हूँ, किसके पीछे बाबा तेरे पीछे, बाबा तेरे पीछे इतनी शौहरत और

तेरे कितने है उपकार में कैसे बतलाऊ , मेरे दिल की यही पुकार ,में तेरा हो जाऊँ हो जब से

छुक छुक रेल चली खाटू रिंग्स धाम रे इक बार जो खाटू पहुंचा बन गए उस के काम रे छुक

सांवरियां जग ने ठुकराया तुम न मुझको ठुकराओ, हार गया हु चलते चलते लीले चढ़ के आ जाओ, सांवरियां जग

तर्ज : हम तुमसे दिल लगाके दिन तूने अपना बना कर श्याम किस्मत बदल दी मेरी तेरा नाम बना साँवरिया

प्यारा प्यारा मुखड़ा गजब शिंगार सोहना सा लगा लखदातार, मोर मुकट माथे चन्दन टिका, गल में सोहे फूलो का हार

हो मेरे कर दिए ठाठ निराले बाबा ने खाटू वाले, जब से मैं खाटू आया जी मेरा हो गया मन

ये साँसे ये धड़कन मेरे श्याम की हुई मेरे श्याम की हुई मिलने को बाबा श्याम जी जिया बेकरार है