जलवा मेरे श्याम का
डंका बजता श्याम जगत में सूरजगढ़ के धाम का एक बार आकर देख यहाँ पर जलवा मेरे श्याम का जलवा
डंका बजता श्याम जगत में सूरजगढ़ के धाम का एक बार आकर देख यहाँ पर जलवा मेरे श्याम का जलवा
सोचा होगा मोहन ने शीश लेने को सौ बार, तूने देने में बाबा सोचा न एक बार, उस पेड़ का
खाटू वाले श्याम तेरा है सारा जग दीवाना, तेरा नाम जपे दुनिया तू ऐसी किरपा बरसाना, जिस ने भी तुझको
खाटूवाले श्याम कसके पकड़ियो मेरा हाथ, ये हाथ कभी ना छूटे ये साथ कभी न छूटे दिन हो या रात,
शजे ऊपर काला कौआ बोल रहा था आज, नीले की जब ही ही करती आई जो आवाज, जी कमाल हो
जय श्री श्याम बोलो रे बेली जय बाबा की बोलो रे बेली अरे महाभारत के युद्ध समर में,आयो बर्बरीक बलवानी
वो दिन कभी ना आए बाबा तुम्हे भुला दे ग़र जो तुम्हे भुला दे, गर जो तुम्हे भुला दे, तो
किस्मत वालों को मिलता है, श्याम तेरा दरबार सच्ची सरकार तुम्हारी, सांचा दरबार, किस्मत… जो भी गया है श्याम प्रभु
कान्हा इतना ना हमको तुम सताओ रे अब तडपाओ ना प्रभु आओ रे, दिल तडपता है, पास आने को, नैन
हमे अपने तू दर का तू नौकर बना ले, मेरा अब ये जीवन है तेरे हवाले, तेरे हवाले शयाम तेरे