तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो
तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो, महारी ये जीवन गाडी पार कौन करेगो. तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो पग
तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो, महारी ये जीवन गाडी पार कौन करेगो. तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो पग
महासे चाकरी करा ले जइया चाहे आजमा ले जा तो मन को काम करा जा फिर दरबानी करवा ले मैं
ढोलक झाँझ मजीरा डफली ले नचावन आया जी नचावन आया, म्हे तो श्याम धणी ने भजन सूं रिझावन आया छैल
ऐलान करता हु शरेआम करता हु, मैं तो मेरे ही श्याम का गुणगान करुगा, बस श्याम जपुगा , ऐलान करता
तूने मुझको अपनाया है ये मेरी किस्मत है श्याम, हारे हुए को गले लगाना तेरी तो आदत है श्याम, कोई
माहरी सूद बुध रहे न बसमाई नैना सु नैना जद भी मिले, माँगन ताहि श्याम धनि से मैं मंदिर में
आना खाटू में बाबा मेरा काम था, मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है, तू सुने न सुने ये मर्जी तेरी,
मेला कार्तिक का आया, मैं बाबा घनी दूर से आया, पहले क्या भीड़ थोड़ी थी, ऊपर से मीह बरसाया, क्यों
चलो खाटू सब चलते है बाबा ने भुलाया है, मेला फागुन का आया है,हमे श्याम ने भुलाया है, फागुन के
जब से मिला दरबार मुझे सबसे है मिला प्यार, खुश है मेरा परिवार बाबा ये सब तेरे चलते है, मैं