साँवरे छप्पर फाड़ दिये दिए
जीवन में दुखो के कांटे सभी उखाड़ दिए, जब देने पे आया साँवरे छप्पर फाड़ दिये दिए, दौलत सोहरत भी
जीवन में दुखो के कांटे सभी उखाड़ दिए, जब देने पे आया साँवरे छप्पर फाड़ दिये दिए, दौलत सोहरत भी
मेरे बाबा की मैं हूँ दीवानी, माली इसको तू ऐसा सजा दे, फीके लागे अगर हीरे मोती चाँद तारो को
अगर तुम्हारा खाटू में दरबार नहीं होता तो बेड़ा गरीबो का कभी पार नहीं होता सारी दुनिया से मैं तो
कभी रुठ ना मुझसे तू श्याम सावरे, मेरी ज़िंदगी है तू तेरे नाम सावरे, मेरे सावरे सबेरा तेरे नाम से,
मतलब का झूठा जग सारा एह सच्चा श्याम तेरा द्वारा, तुझको पुकारा सँवारे हारा मैं तो हारा सँवारे, दो पहलु
सुनलो बाबा श्याम अब तो निभानी पड़ेगी शरण पड़े की लाज अब तो निभानी पड़ेगी दीं दयाल हैं नाम तुम्हारो
करले भरोसा श्याम प्रभु का येही साथ निभाएगा, बंद मिले गा सब दरवाजे वक़्त बुरा जब आएगा, ये दुनिया है
हे री माई मेरा खाटू वाला रखे सब की लाज, बैर करे न कभी किसी से बिगड़े बनाये काम, हे
मैं खाटू जाऊंगा फागन को आने दो ॥ भक्तों की होंगी कतारें मेले की होंगी बहारें, खाटू की गलियों में
मेरे श्याम का दिल जो जीत लिया तेरी होगी हार नही, दूजा दुनिया में मेरे श्याम सा यार नही यारो