तुम लोरी की जगह श्याम
अपने आँचल की छैया में जब भी मुझे सुलाओ माँ, तुम लोरी की जगह श्याम की पावन कथा सुनाओ माँ,
अपने आँचल की छैया में जब भी मुझे सुलाओ माँ, तुम लोरी की जगह श्याम की पावन कथा सुनाओ माँ,
दोड़ा आयेगा दोड़ा आयेगा, है विश्वास सुन मेरी अर्जी रुक ना पायेगा, दोड़ा आयेगा….. दया का सार है बाबा ये
श्यामा थारी ओल्यू आवे माहने दिन रात रे, कद हो सी बाबा तासु माहरी मुलाकात रे, श्याम थारी ओल्यू आवे…
पंछी लेजा तू सन्देश माहरे श्याम धनि के देश, याद करे थाने बाबा ता को भक्त विशेष, पंछी लेजा तू
हम तेरे नादान से बालक तुम दया के सागर हो, एक एक बूंद में तेरे अमृत हमको जान से प्यारा
तर्ज:- “श्याम धनी आने में” श्याम तेरे हाथो में ये नाव हमारी है, पार करो या नही करो ये मर्जी
मैंने सौंपी है जीवन की नैया तेरे हाथ, लोगो से हमने सुना है हरदम तुहि देता है हारे का साथ,
खाटू जो पौंचा पहली बार मन को लुभाया ये दरबार, कुक सी दिल में उठने लगी,श्याम से हो गया मुझको
जद जद मैं आंख्या मीचु बाबा थाने देखु, म्हारा सांवरिया थाने मैं पलका पर राखु, हिवड़े के आसान पर थारो
मेरी पहचान अगर खाटू वाले श्याम हो… जाएं गम ए दौरा की जो कोशिश है वह बेकार हो जाए…. मेरे