हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गए खाटू वाले के
हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गए खाटू वाले के, मुझे कहने में संकोश नहीं मेरा दाता कोई
हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गए खाटू वाले के, मुझे कहने में संकोश नहीं मेरा दाता कोई
रंगीला मौसम छाई बहार था सब को जिस पल का इंतज़ार फागण मेला आया है उड़े रंग गुलाल मस्त नज़ारा
मोरछड़ी लहरार्इ रे, रसिया ओ सांवरा तेरी बहुत बड़ी सकलार्इ रे। ओ सांवरा मोरछड़ी का जादू निराला, इसको थामे है
याद तेरी जब आती है दिल को बहुत तडपाती है बेचैनी बड जाती है, हम तडपे इधर तुम तडपो उधर
हो सके तो अगर, श्याम मेरे, जो हुआ सो हुआ, भूल जाओ, माफ़ कर दो मेरी गलतियों को, श्याम अपने
कन्हिया तुम्ही हो हमारे तुम्ही ने दिए है सहारे, मगर ये जो अपने है सारे सभी ने किये है किनारे,
खाटू वाला हमारा हैं, भगतों का दुलारा हैं, जिंदगी में और कुछ भी नहीं, बस तेरा सहारा हैं, खाटू वाला
मेरे श्याम का जन्मदिन आया बाबा का जन्मदिन आया झूमो नाचो गाओ सारे , सोणा दरबार सजाया मेरे श्याम का
दर पे बुला ले श्याम धणी, अब और सहा नहीं जाता है, अब तेरे दर्शन बिन बाबा, हमसे रहा नहीं
ना ज्यादा न कम मने इक बार चाहिए, मने तो खाटू वाले श्याम का दीदार चाहिए, दुनियादारी बड़ा झमेला मेरे