दरबार तुम्हारा श्याम दुनिया से निरला है
दरबार तुम्हारा श्याम दुनिया से निरला है, तेरी मस्ती का रंग ऐसा हर कोई मतवाला है, तेरी ज्योतिका चम् चम्
दरबार तुम्हारा श्याम दुनिया से निरला है, तेरी मस्ती का रंग ऐसा हर कोई मतवाला है, तेरी ज्योतिका चम् चम्
थारी भक्तो को रंग मापे चढ़ गया महारा सांवरिया, मैं जोगन बन के नाचू जी, सांवरिया थारे नाम की मस्ती
बाबा ने मुझे बुलाया रे कोई मने या ना मने॥ मुझे खाटू में भुलाया, संदेश श्याम का आया , वो
सेठ निराला है, क्या कहना बाबा श्याम का, दरबार ये निराला है, मेरे खाटू वाले श्याम का, तू तो ग्यारस
हारे का तू है सहारा सांवरे, हमने भी तुझको पुकारा सांवरे, नहीं और सहा जाये, हम बोल कहाँ जाये हमे
सची कहू थारे आने से म्हारे जीवन में आई बहार बाबा, किस्मत सवरगी हालत सुधर गई इतना मिलो थारो प्यार
नीले पे होके सवार आया रे नाचे भगत तेरे सांवरे नाचे भगत तेरे छम छमा छम छम नीले पे होकें
ज़िंदगी में जैसे हालत श्याम रखना, सदा मुझे अपने साथ श्याम रखना, तन में समाई सांसे तेरा एहसान है हर
मेरे श्याम का मुखड़ा, लागे चाँद का टुकड़ा नजर ना लगें, मेरे श्याम को कही नजर ना लगे…….. माथे मोर
थाम लो न हाथ मेरा सांवरे, हार कर दरबार तेरे आया हु, जीत जाउगा तेरी जो हो किरपा, मन में