
थोड़ा ध्यान लगा
थोड़ा ध्यान लगा, श्याम दौड़े दौड़े आएंगे, थोड़ा ध्यान लगा, श्याम दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे, अखियाँ मन

थोड़ा ध्यान लगा, श्याम दौड़े दौड़े आएंगे, थोड़ा ध्यान लगा, श्याम दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे, अखियाँ मन

मेरे सांवरियां सरकार भरोसो तेरो है, अरे तेरो है बाबा तेरो है ये श्याम भरोसो तेरो है, मैं तो हो

आओ भगतो आओ भगतो चलो चलें चलो चलें खाटू नगर, श्याम के दर मेरा मन मचला जाए, बीत ना जाये,

जाने वालो जरा पूछना श्याम से, क्यों भुलाया नहीं मुझको दरबार में, क्या ख़ता सी मेरी क्या मेरा दोष था,

खाटू की गलियों में घुमे सांवलियो सरकार ग्यारस के कीर्तन में जागे बाबो सारी रात पी का काम बनावे है

मुझे चाकर रखलो श्याम न लौट के जाऊंगा वर्ना तेरे दवारे पे रो रो मर जाउगा, ओ श्याम मेरा तुमसे

मेरी सुनले करुण पुकार ओ शीश के दानी , ये हैं अंसुवन की धार, ना समझ तू पानी , मेरी

मेरी चिंता करने वाला खाटू में बैठा है मेरी संकट हरने वाला खाटू में बैठा है दीन दयाला मुरलीवाला मेरा

श्री श्याम धनि के भगत हुए श्याम ने जिन्हे वरदान दिया, मोर छड़ी से ताला खोला दुनिया में सम्मान दिया………..

खाटू का टिकट कटा ले रे भाया, एक निशान उठा ले, बाबा तेरे साथ चलेगा, हाथो में लेके हाथ चलेगा,