हां मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम है
हां मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम है, खाटू वाला श्याम है मेरा नीले वाला श्याम है, हां मेरी पहचान
हां मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम है, खाटू वाला श्याम है मेरा नीले वाला श्याम है, हां मेरी पहचान
भूखा ही उठा था पर न भूखा सुलाता है, अकेला ही होके सारे जग को खिलता है, दयालुओं को देता
खाटू में विराजे मेरे बाबा दीना नाथ, बिगड़ी बनाते सब की देते हारे का वो साथ, खाटू में विराजे मेरे
याद तेरी फिर आयी खाटू श्याम जी, मन नैना मुस्काई खाटू श्याम जी, ओ बाबा श्याम जी मैं लेता नाम
रंग रंगीला फागण आया धूम मची खाटू में मस्ती कर रंग सब पे छाया धूम मची खाटू में लहरें निशान
तेरे खाटू आने को जी चाहता है आके ना जाने को जी चाहता है दुनिया है बस एक नज़र का
खाटू वाले श्याम रखवाले है तेरे हवाले मेरी भाग डोर है, तेरे हाथो में हमारी बाबा डोर है, छोटा सा
खाटू मे बैठ सांवरे दुनिया चला रहे हो, रस्ते के पथरो को तुम हीरा बना रहे हो, खाटू मे बैठ
म्हें तो कर लिया थां पे विश्वास ओ बाबा आंख्यां मीच के भलो बुरो अब जो कुछ भी है सब
नजर दया की प्यारे जबसे श्याम की हो गई, सच कहता हु बीच भवर में नैया मेरी तर गई, बल्ले