
हर ग्यारस पर श्याम बुलाते है
वो हाथ पकड़ मेरा खाटू ले जाते है, हर ग्यारस में मुझको मेरे श्याम भुलाते है, जिसकी खातिर दुनिया दिन

वो हाथ पकड़ मेरा खाटू ले जाते है, हर ग्यारस में मुझको मेरे श्याम भुलाते है, जिसकी खातिर दुनिया दिन

थारी कृपा करो घनश्याम , आसरो थारो लिन्यो है , थारा टाबर हाँ नादान , आसरो थारो लिन्यो है ,

मन में उठन लागी हुक सांवरिया के नाम री आयो फागनियो रंगीलो चाला खाटू नगरी बाजे ढोलक चंग नगाड़े मन

मुझको ये गम नहीं के बदला है ये ज़माना, मेरी ज़िंदगी के मालिक कही तुम बदल न जाना, हारे के

आँखों में श्याम नाम का सपना सजा लिया खाटू में जाके श्याम को अपना बना लिया महसूस जब कमी हुई

मेरे सांवरे का नाम लेके चलना हाथों में केसरिया निशान लेके चलना हारे का सहारा हर पीड़ा हज़ार हैं जानता

दो दिल टुटे दो दिल हारे, श्याम सहारा हमको तुम्हारा, डुब ना जाऊँ देदो किनारा, पाप किया क्या हमने, दि

मैं गुड़िया तेरे आँगन की जाउंगी बैठ के डोली साजन की मैं गुड़िया तेरे आँगन की मैं गुड़िया तेरे आँगन

ओ जी सांवरियां करदो म्हारो एक काम इब की ग्यारस पे बुला लो खाटू धाम यादा सतावे म्हाने थारी सुबहो

हीरा मोतियाँ झड़ी झड़ी संकट काटे घड़ी घड़ी, मेरे सिर पे बाबा श्याम घुमां दे मोरछडी़ शरण पड़ा मैं थारी