थारे नाम सूं बाबा पहचान है म्हारी
थारे नाम सूं बाबा पहचान है म्हारी थारे नाम को, जोर है थारे नाम सु चालें, ये गाडली म्हारी दुनिया
थारे नाम सूं बाबा पहचान है म्हारी थारे नाम को, जोर है थारे नाम सु चालें, ये गाडली म्हारी दुनिया
बड़े प्रेम से मेरा चलता गुजर तुम्हारी दया से तुम्हारी किरपा से, हर मुशकिलों से मुझे मिला है सहारा तुम्हारी
तुझे देख देख कान्हा तेरी प्रीत क्या मैं जाना, मैंने तो बस ये माना मैं हो गया दीवाना, देखो न
लीले घोड़े असवार करा थारी मनहार बाबा म्हारे घरा आओ जी, कानो में थारे कुण्डल सोहे गल बैजंती माला, सिर
मुझको बाबा श्याम ने अपना बना लिया, क्या कहु मैं कैसे करू इनका शुक्रियां, देखते ही देखते जीवन सवर गया,
चाँद चढ़्यो गिगनार,श्यामा कुछ तो दया विचार, दास थारो डीके छ जी डीके छ चाँद चढ़्यो गिंगनार…. सरे साँझ से
भगता को भरी मेला भगता को भरी, जन्म दिन श्याम धनी को आयो मेला लागे भगता को भरी, कार्तिक चांदन
करे विश्वाश किस पर हम यहाँ सब लोग झूठे है, सुन रहा है न सांवरे, सभी के चेहरों पर बाबा
ईब क्या को तोड़ो म्हारो गठ जोड़ो बाबा श्याम से, मात पिता म्हारो हाथ पकड़ कर श्याम की लेर लगाया,
कैसे बताऊ श्याम ने क्या क्या नहीं किया, अपने गले लगा के मुझे हसना सीखा दिया, कैसे बताऊ श्याम ने