खाटू वाले श्याम धणी के लाग्या मेला भारी
काम धाम ने छोड़ वांवली जल्दी करले तयारी खाटू वाले श्याम धनि के लागेया मेला भारी फागन की ग्यारस में
काम धाम ने छोड़ वांवली जल्दी करले तयारी खाटू वाले श्याम धनि के लागेया मेला भारी फागन की ग्यारस में
कृपा बरस रही है खाटू के दर पे आजा आशीष मिल रहा है सच्चा है श्याम बबब किस्मत यहाँ है
सुबह सुबह जप जय श्री श्याम बन जायंगे बिगड़े काम सुबह सुबह जप जय श्री श्याम कट जायेंगे कष्ट तमाम
फागन मेला आया रे भगतन जन खाटू धाम ने जा रिहा, कोई पैदल चल के आ रिहा को पेट पलनिया
मुझे जीने का शौक नहीं जीता हूँ खाटू आने को हाल दिल का सुनाने को ………. हाल दिल का सुनाने
रंगीला सांवरियां थारा रंग में भगता रंग रंग जा सी जी झाज नगाड़ा चंग बजा कर खूब नचा जा सी
जब तक सांस चले ये तब तक साथ निभाना हार के आया हूँ दर ना कोई कोई बहाना तू जो
खाटू में बाबा तेरो निराला धाम कलयुग में हारे को सहरो एक तेरो ही नाम खाटू में बाबा …………… राजस्थानी
श्याम सलोने सुनले पुकार मेरी सुनले पुकार दर्श दिखला दे मुझे आई हूँ तेरे द्वार श्याम सलोने …………….. मैं दुखिया
सज गयो सरकार देखो प्यारो है श्रृंगार के अमृत बरसेलो जी बरसेलो केसरियां है बागो तन पर मोर छड़ी