ना जाने ये दुनिया
ना जाने ये दुनिया किस पे इतराती है, सब कुछ यही रह जाता जब घडी वो आती है, पानी के
ना जाने ये दुनिया किस पे इतराती है, सब कुछ यही रह जाता जब घडी वो आती है, पानी के
कण – कण में तेरा वास प्रभु, जो करे दुखों का नाश प्रभु , दुनिया भर की खुशियां मेरे पास
आओ श्याम शरण पकड़ो इनके चरण, तेरा जीवन यही पे सवर जाएगा, बात मन की है,बात दिल से करो, देख
म्हारे सर पे है बाबा जी रो हाँथ, खाटू वाले रो साथ कोई तोह म्हारे काई करासी, जो कोई म्हारे
सुबह सुबह जब मेरी आंखे खुलती है आँखों के सामने बस आरती घुमती है, तेरे इतर की खुशबू से ये
लाखो पापी तार दिए सुनते है सरकार छोटी सी अर्जी मेरी कर लेना स्वीकार अंत समय जब आये मेरा, वो
जद जद चानन ग्यारस आवे, खाटू में मेलो भर जावे, बैठो बैठो माल लुटावे रे माहरो श्याम रंगीलो, मकरने को
तूने पकड़ी मेरी कलहाइ किसी से अब क्या लेना, तूने ऐसी जीत दिलाई ख़ुशी से झलके नैना, तूने पकड़ी मेरी
इक दो तीन चार श्याम धनी की जय जय कार, खाटू की करलो तयारी भुला रहा है लखदातार, आया बाबा
तेरी मोर छड़ी की है महिमा बड़ी तूने झाड़ा लगाया तो मजा आ गया, प्यार में तेरे पागल दीवानी हुई