नाचे नाचेगी जाटनी दरबार सावरिया
तेरा करने मैं दीदार आई खाटू के दरबार, तेरे चरणों की सारी बाबा दुनिया भिखारी, ले तू थाम ले कल्हाई
तेरा करने मैं दीदार आई खाटू के दरबार, तेरे चरणों की सारी बाबा दुनिया भिखारी, ले तू थाम ले कल्हाई
*मैं बड़ी दूर ते आयी,मैं हरियाणा ते आयी* *मै बड़ी दूर ते आयी,मै खाली हाथ ना जाऊंगी* *मेरी खुला लॉटरी
मालिक है तू मेरा और नोकर मैं हु तेरा, अब हाथ मेरे सिर पर धर, चाहे जितनी तनखा पर दूर
जब से निहारा श्याम तुम्हे, पलकों ने जापक ना छोड़ दिया, जब से बसाया इस दिल मै तुम्हे, मैं तेरी
अरे घर से चाली तेसं की चाली देख ली, चडे रेल में रेल की चढ़ाई देख ली, धकम धक्का होते
तेरा भगत हार कर के तेरा दर पे आया है, गैरो की पता इन्हे क्या अपनों का सताया है, तेरा
तेरे खाटू की मिटटी है जादू भरी जो भी माथे लगाया गज़ब हो गया जिसको मालूम ना था तू रहता
बाबा तेरी भगति का तो एक बहाना है, ओ सँवारे तेरा फैन ज़माना है, नजरो को तरसे तेरी सारा ये
बाबा माहरे से भी हिवड़े री बात कर लो बाबा माहरे से भी, थारी चाकरियाँ मैं आज पूरी रात कर
तेरी मर्जी का मैं हूँ गुलाम खाटू वाले श्याम लीले वाले श्याम लीले पे असवार हो आते, अपने भगतो की