खाटू वाले श्याम तेरी याद आवे से
खाटू वाले श्याम तेरी याद आवे से रोम रोम बस मेरा योही गावे से, चरणों की ठोकर बाबा मेरे मार
खाटू वाले श्याम तेरी याद आवे से रोम रोम बस मेरा योही गावे से, चरणों की ठोकर बाबा मेरे मार
म्हारे मनडेरो पंशी खाटू के कानी उडतो जावे है यो बाबा म्हारो टाबरिया सागे नाचे गावे है फगनियो आयो बाबो
बनके बावरी नाचूं रे मैं तो गली रे गली, बन के बाँवरी नाचूँ रै मैं तो गली रे गली, बाबा
तेरे दर पे आये श्याम तुझको मनाने, तेरे दीवाने हां तेरे दीवाने, प्रेमियों के दिल की बात श्याम तुही जाने,
महिमा कही ना जावे बाबा श्याम की याद घणेरी आवे खाटू धाम की ओ बाबा श्याम की खाटू धाम की
आया फागुन रंग रंगीला मोसम है छेल छबीला हर दिल में मस्ती छाई धरती और अम्बर गीला चले सनन सन
मेला फागन का लगता श्याम के दरबार के फागन मेले में आते भक्त हजार मेला फागुन का …. फागुन महिना
ग्यारस का मिलना मिलाना हर पल याद करू बिन दर्शन कही मर न जाऊ सोच के मैं तो डरु तेरे
दिल से उन्हें पुकारो आएंगे वो ज़रूर, आएंगे वो ज़रूर आएंगे वो ज़रूर, प्रेम का प्रेमी देखकर आएंगे वो हुज़ूर
साँवला सा मुखड़ा घुंघराले बाल हैं, माथे पे मुकुट बाबा लगता कमाल है, हर बार साँवरे अलग सज जाते हो,