जो बोले जय श्री श्याम
जो बोले जय श्री श्याम वो भव से तर जाएगा, कभी न संकट आएगा सदा वो मौज उड़ाएगा, पावन नाम
जो बोले जय श्री श्याम वो भव से तर जाएगा, कभी न संकट आएगा सदा वो मौज उड़ाएगा, पावन नाम
मेरे शीश के दानी का सारे जग में डंका बाजे ये बारे न्यारे है करता, भक्तो की झोली है भरता
जब तक नहीं थामेगा , मेरा हाथ सांवरे तब तक मुझे तेरे दर से, यूं जाना नहीं मेरे श्याम मेरे
खाटू का जब से पता रे लगा मेरा तो सोया भाग जगा॥ भाग जगा मेरा भाग जगा॥ धना जात की
राजस्थानी धरती पे, वो खाटू की नगरिया गजब कर डाला ओ रे सांवरियां, केसरिया बागा तेरा गोटे दार है, हीरे
छोड़ दी मैंने दुनिया दारी बाते है बातो का क्या, श्याम तू सच्चा जग के झूठे नाते नात्तो का क्या,
हाथ जोड़ विनती करूँ सुणज्यो चित्त लगाय, दास आ गया शरण में प्रभु राखो म्हारी लाज बाबा श्याम धणी की
क्यों दर दर ठोकर खाता है क्यों श्याम शरण नहीं जाता है, क्यों जीवन व्यर्थ गवाता है क्या तुम को
छोड़ दे चिंता यार, सावरियां बैठा है ॥ तू हिम्मत ना हार ,सावरिया बैठा है ना होगी तेरी हार, साँवरिया
महरो बाबा महने मयान बाबुल की जियां पाले सा आधी राता ने आये सम्बाले सा, महरो बाबा महने…….. जादू टोना