
चाकर राख ले सांवरिया तेरा
चाकर राख ले सांवरिया तेरा बहुत बड़ा दरबार, तेरो बहुत बड़ा दरबार॥ चाकर राख ले, पूरब पछिम उतर दशन दसो

चाकर राख ले सांवरिया तेरा बहुत बड़ा दरबार, तेरो बहुत बड़ा दरबार॥ चाकर राख ले, पूरब पछिम उतर दशन दसो

आज ग्यारस की रात और तेरे दरबार , आजो श्याम कब से खडा हु दरबार , आज ग्यारस … मैं

भरदे रे श्याम झोली भरदे ,भरदे ना बहलाओ बातों में …… दिन बीते बीती राते अपनी कितनी हुई रे मुलाकाते,

खाटू में जाके श्याम का दरबार देखलो, भक्तो पे जो बरस रहा वो प्यार देखलो, खाटू में जाके श्याम ……..

जुबा जुबा पे चर्चा इनका है इतनी मकबूल, होती है श्री श्याम के दर पे सब की दुआ कबूल. तुम्हरा

ये श्याम का रंग जिसे देख के हर कोई हो गया ढंग, ध्वजा हाथ लिये चले मस्त मलंग, मुझे चढ़

मेरी ज़िंदगी सजा के अपना बना लिया, आँखों आँखों में श्याम ने दिल को लुभा लिया, मेरी ज़िंदगी सजा के

मस्ती में डूबे मस्ताने आ गये, श्याम तेरे नाम के दीवाने आ गये, मस्ती में डूबे मस्ताने आ गये, श्याम

आंसू लाया प्रेमी बाबा क्या दोगे मोल, क्या दोगे मोल, हारे के आया मांगू तुमसे झोली को खोल, तेरे बिना

खाटू आले श्याम की महिमा से भारी, भरता झोली सब की चाहे नर हो या नारी, बंनझनियाँ की गोदी भर