
सज धज बैठा श्याम हमारा प्यारा है
सज धज बैठा श्याम हमारा प्यारा है शृंगार संवारा, आज तो गज़ब ढा रहा, होठो पे कैसी मुस्कान है,येही तो

सज धज बैठा श्याम हमारा प्यारा है शृंगार संवारा, आज तो गज़ब ढा रहा, होठो पे कैसी मुस्कान है,येही तो

मेरे सीने में जब तक ये प्राण रहे , खाटू वाले तेरे द्वार आता रहु, यही गाता रहु बाबा खाटू

सुनले अर्ज मेरी खाटू वाले श्याम, अर्ज में लिख रा से सारा हाल तमाम, सुनले अर्ज मेरी खाटू वाले श्याम,

तेरे बिना श्याम हमारा नही कोई रे, हमारा नही कोई रे सहारा नही कोई रे, तेरे बिना श्याम हमारा नही

करके तीनो बाण तयार होकर नीले पर असवार खाटू नगरी में आया महारा संवारा सरकार बनडा सा लागे श्याम रूप

छोड़ के सारी दुनिया बाबा , तेरे दर पे आये है जब से देखा तुझको बाबा , चैन से सो

जब जब मेरा मन घबराता, मुझे कुछ भी समझ नहीं आता, अपनों को ना मैं सुहाता, मैं उनपे बोझ बन

हारने न देगा हमे हारने न देगा, हारे का साथी ख़ास है, अरे डरने की क्या बात है खाटूवाला अपने

तूने दर पे बुला लिया ये कदर दानी है, तूने अपना बना लिया मेहरबानी है, तूने दर पे बुला लिया

सुनले श्याम, विनती गरीबो की, अर्जी सुनो,सब भक्तों की, सुनले श्याम …… बालक पलेगे तेरी वजह से,रस्ते चलेंगे तेरी राह