
तुम्हरा क्या कहना है श्याम तुझे न भूलू
जुबा जुबा पे चर्चा इनका है इतनी मकबूल, होती है श्री श्याम के दर पर सब दुआ कबूल , तुम्हरा

जुबा जुबा पे चर्चा इनका है इतनी मकबूल, होती है श्री श्याम के दर पर सब दुआ कबूल , तुम्हरा

ज़माने में दिल की किसे हम सुनाते, अगर तुम न आते, हमे श्याम तुम न यहाँ आज पाते, अकेला सफर

तेरे दर पे मेरे माधव ये शीश झुकाया है, बाबा हार के आया हु मैं दर दर का सताया हु,

शीश के दानी महाबल वाणी खाटू वाले श्याम तेरा जय कारा है, जय कारा है जयकारा श्याम धनि का जयकारा,

वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है, कोई और नहीं खाटू वाला श्याम है, जिसकी रेहमत से होता

मेरे तो मन भा गयो रे यो खाटू को बाबो श्याम यो खाटू को बाबो श्याम,यो खाटू को बाबो श्याम

सुख दुःख का लगा है मेला इस संसार में मुझे छोड़ न देना श्याम कहीं मँझदार में कहीं पतझड़ कहीं

सांवरियां आई हु मैं तेरे दर पर रखदे बाबा मेरे तू हाथ सिर पर, मन नही लागे बाबा जग की

जान से प्यारे हो गए तुम जान से प्यारे हो गए जान से प्यारे हो गए तुम जान से प्यारे

कर लिया जिसने भरोसा वो नहीं पछतायेगा, जब पुकारे श्याम को वो सामने ही पायेगा, मीरा ने करके भरोसा ज़हर